SCERT का कमालः छत्तीसगढ़ के स्कूलों में टीवी नहीं और d2h लगाने का आदेश जारी कर दिया, करोड़ से उपर की चपत!
रायपुर। स्कूलों की शैक्षणिक गुणवता बढ़ाने का काम करने वाला छत्तीसगढ़ राज्य शैक्षणिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद याने एससीईआरटी ने स्कूलों में टीवी प्रसारण के लिए d2h खरीदने का आदेश दे दिया है। एससीईआरटी ने हाईस्कूलों और हायर सेकेंड्री स्कूलों से कहा है कि 31 जुलाई तक d2h खरीदना सुनिश्चित कर लेंवे।
भारत सरकार की योजना का हवाला देते एससीईआरटी ने कहा है कि वर्तमान में 3 चैनलों से प्रसारण किया जा रहा है। इसे बढ़ाकर पांच किया जाना है। एससीईआरटी से सीधा प्रसारण की भी योजना है। इसलिए स्कूलों में d2h खरीदा जाए। मगर हैरत की बात यह है कि प्रदेश के 95 फीसदी से अधिक स्कूलों में टीवी नहीं हैं। और जहां है...वो भी दिखावे के लिए खरीदा गया और अब धूल फांक रहे हैं। छत्तीसगढ़ में हाईस्कूल और हायर सेकेंड्री स्कूलों की संख्या करीब सात हजार है। सरकारी खरीदी दुगुने तीगुने दर पर होती है। बाजार में ऐसे हजार, पंद्रह सौ से नीचे d2h मिलते नहीं। स्कूल वाले दो-ढाई हजार से कम में खरीदेंगे नहीं। याने एक करोड़ से उपर की चपत लगाने का इंतजाम एससीईआरटी ने कर दिया है।
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इस संबंध में एससीआरटी के ई विद्या के नोडल प्रभारी दीपांकर भौमिक ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि d2h के लिए किसी प्रकार का बजट जारी नहीं किया गया है। राज्य के ज्यादातर हायर सेकेंडरी स्कूलों में टीवी, कंप्यूटर, इंटरनेट, d2h की व्यवस्था है। जहां कुछ स्कूलो में नही है वहा स्थानीय मद से d2h की व्यवस्था किया जाना है। d2h लगभग 900 रू में बाजार में आसानी से उपलब्ध है। इससे स्पष्ट है कि स्थानीय स्तर पर भी इसमें कोई खास बजट नही लगाना है।
हालांकि, खबर में NPG ने यह नहीं लिखा है की इसके लिए एससीईआरटी से बजट जारी किया जाएगा। ठीक है, d2h की खरीदी स्कूल स्तर पर की जाएगी। मगर पैसा तो सरकार का ही खर्च होगा। फिर यह भी सही है कि स्कूलों में खरीदी किस तरह होती है। अंग्रेजी स्कूलों में 40 हजार की स्मार्ट टीवी डेढ़ लाख में खरीदे गए हैं।